तेरा होने तक
करता रहूंगा मै भी इज़हार तेरा होने तक
हो गयी है इन्तहा मोहब्बत की मोहब्बत होने तक
ज़मीं पर रहता है जो चाँद सदियों से यही
देखता रहूं मैं उसे रात को दिन होने तक
देख...
हो गयी है इन्तहा मोहब्बत की मोहब्बत होने तक
ज़मीं पर रहता है जो चाँद सदियों से यही
देखता रहूं मैं उसे रात को दिन होने तक
देख...