क्यों यह प्रेम?
क्यों अधरों पर स्मित?
क्यों नयनों में अश्रुधार?
क्यों हृदय-स्पंदन?
क्यों मन की जुड़ें तरंग?
क्यों आये...
क्यों नयनों में अश्रुधार?
क्यों हृदय-स्पंदन?
क्यों मन की जुड़ें तरंग?
क्यों आये...