mirror
एक शाम आईने के सामने आ खड़ी हुई,
सोचा कुछ जान लू हाल इसका भी और मुस्कुराई।
पूछ लिया मैंने भी क्या हुआ आज हमको भी बतलाओ,
अपनी रोजमर्रा ज़रा हमे भी सुनाओ।
भोली सी बातें सुनकर आईना भी मुस्कुराया
बोला, जिनका हाल मैंने बताया ,आज उन्हें ही सुनाया।
वाह रे! इंसान तू भी बड़ा अजीब है,
पर क्या करें जमाने का मारा तू भी गरीब है।
मेरी और...
सोचा कुछ जान लू हाल इसका भी और मुस्कुराई।
पूछ लिया मैंने भी क्या हुआ आज हमको भी बतलाओ,
अपनी रोजमर्रा ज़रा हमे भी सुनाओ।
भोली सी बातें सुनकर आईना भी मुस्कुराया
बोला, जिनका हाल मैंने बताया ,आज उन्हें ही सुनाया।
वाह रे! इंसान तू भी बड़ा अजीब है,
पर क्या करें जमाने का मारा तू भी गरीब है।
मेरी और...