लिखा जो खत दिल को
लिखा जो खत दिल को
आवाज़ आयी दिल से।
शुक्रिया बेहिसाब
दिल ने किया मुजको।
मन को हुवी जलन
उसकी ना बुझी अगन
दिल ने दी दुवा
कहा में अकेला नहीं
मेरे मालिक तेरी सारी दुवा
खुदा कबूल करे।
दिल हुआ खुशहाल
अब मन की बारी है।
लिखा जो खत मन को........
© prachirav
आवाज़ आयी दिल से।
शुक्रिया बेहिसाब
दिल ने किया मुजको।
मन को हुवी जलन
उसकी ना बुझी अगन
दिल ने दी दुवा
कहा में अकेला नहीं
मेरे मालिक तेरी सारी दुवा
खुदा कबूल करे।
दिल हुआ खुशहाल
अब मन की बारी है।
लिखा जो खत मन को........
© prachirav