दूब जाती हूँ तेरी चाहत में...
दूब जाती हूँ तेरी चाहत में
दिवानी बन गई हूँ
आरज़ू में तेरी,
अब खुद का खयाल ना रहा
और ना होश कहां?
जो दूब जाती हूँ तेरी चाहत में...
मेरी तेरी बन गई हूँ
और मुझे कुछ सुजता नहीं,
आ जा...
दिवानी बन गई हूँ
आरज़ू में तेरी,
अब खुद का खयाल ना रहा
और ना होश कहां?
जो दूब जाती हूँ तेरी चाहत में...
मेरी तेरी बन गई हूँ
और मुझे कुछ सुजता नहीं,
आ जा...