जमुना जल प्रेम का....!
तुम्हे देखे अर्सा हुआ.....
सावन लगे बरसा हुआ.....
हर तरफ यादों का धुंआ....
ना जाने क्यों मेरे जहन को तुमने छुआ.....
तुम शीतल शांत सरोवर हो
मै...
सावन लगे बरसा हुआ.....
हर तरफ यादों का धुंआ....
ना जाने क्यों मेरे जहन को तुमने छुआ.....
तुम शीतल शांत सरोवर हो
मै...