सृष्टि का निर्माण।।...
#पौराणिककथाओंकीपुनरवृत्ति
ये कथा हैं पृथ्वी की रचना की। जब सब कुछ शून्य में समाया था, कोई मानव नहीं धरती जीवंत हो कर भी जीवित नहीं था। इसी दौरान दो महाशक्ति जो अनंत काल से मौजूद थे इस पृथ्वी पर, महादेव(शिव) और देवी महाशक्ति(आदि परा शक्ति) के इच्छा से एक नवीन ब्रह्मांड का निर्माण हुआ।
पृथ्वी में रचना और पालन के लिए ब्रह्मा और नारायण का सृजन हुआ, ज्ञान और ऐश्वर्य को भी रचा गया।...
ये कथा हैं पृथ्वी की रचना की। जब सब कुछ शून्य में समाया था, कोई मानव नहीं धरती जीवंत हो कर भी जीवित नहीं था। इसी दौरान दो महाशक्ति जो अनंत काल से मौजूद थे इस पृथ्वी पर, महादेव(शिव) और देवी महाशक्ति(आदि परा शक्ति) के इच्छा से एक नवीन ब्रह्मांड का निर्माण हुआ।
पृथ्वी में रचना और पालन के लिए ब्रह्मा और नारायण का सृजन हुआ, ज्ञान और ऐश्वर्य को भी रचा गया।...