ज़िंदगी बाकी है....
बाकी है अभी तो
ज़िन्दगी के कई सपनों की उड़ान अभी
कोशिशों में कमी नहीं,
बाकी है मुझमें बहुत जान अभी,
खिज़ा में गिरे पत्ते मेरी उम्मीदों के,
फिर उगेंगे विश्वास है
क्योंकि, मेरी जड़ों से जुडे़ उसूल हैं,
मेरी पहचान अभी।
© संवेदना
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#Dreams