मध्यमवर्गीय बाप
ज़िम्मेदारियों का बोझ इतना है कि
खुदकी खुशियों को भूल गए
बच्चों की खुशियों की खातिर
खुद की जरूरतों को भूल गए
हंसते है जब बच्चा उनका हंसता है
देख कर चेहरा बच्चों का मन उनका खिलखिला उठता है
पर जब बच्चा...
खुदकी खुशियों को भूल गए
बच्चों की खुशियों की खातिर
खुद की जरूरतों को भूल गए
हंसते है जब बच्चा उनका हंसता है
देख कर चेहरा बच्चों का मन उनका खिलखिला उठता है
पर जब बच्चा...