नया दर्पन
कौन सुने और किसे सुनाएं
हाल ए दिल ये किसे बताएं
हर शख्स यहां परेशां है
कब क्या हो ये अंदेशा है
सुख दुःख चाहें जितना ही हो
खुद को ही सब बांटना होगा
जाने कैसा जीवन है यह
ऐसे ही सब काटना होगा
कोई किसी को सुन ना सके
और कोई किसी को कह ना सके
आज सभी यहां हैरान हैं
कुछ बातों से...
हाल ए दिल ये किसे बताएं
हर शख्स यहां परेशां है
कब क्या हो ये अंदेशा है
सुख दुःख चाहें जितना ही हो
खुद को ही सब बांटना होगा
जाने कैसा जीवन है यह
ऐसे ही सब काटना होगा
कोई किसी को सुन ना सके
और कोई किसी को कह ना सके
आज सभी यहां हैरान हैं
कुछ बातों से...