...

8 views

राम जैसा आचरण
राम जैसा आचरण

चाहे नारी अहिल्या हो शबरी हो या
राम ने मान रख्खा था सम्मान कर,
हो निषाद गुहा या विभीषण ऋषि
राम ने था बिठाया स्वयं आसना पर।
राम ने जो दिखाया उसी पर चलो,
राम न बन सको आचरण ही करो।।..........

राम संकल्प हैं राम पूरक भी हैं,
राम कण कण विराजे वो सूरत भी हैं।
राम अनिर्वचन राम अनुरूप है,
राम ही हैं प्रजा राम ही भूप हैं।
त्यागा सम्राज्य एक...