इंसान, एक पहेली
इंसान तो है इस दुनिया की सबसे बड़ी पहेली,
ना रहे वफादार उनसे जो थे उनके परिवार और सहेली।
कभी हो जाते हैं गुस्सा, कभी दे जाते है दुख,
कभी बन जाते है ईर्ष्यालु देख कर दुसरो के सुख।
इस हंसते चेहरे के पीछे, नफरत को छुपा रखा है इंसान ने,
बड़ों को नकली आदर दिया है इंसान ने।
जब रोते है अपने, तो देने आते...
ना रहे वफादार उनसे जो थे उनके परिवार और सहेली।
कभी हो जाते हैं गुस्सा, कभी दे जाते है दुख,
कभी बन जाते है ईर्ष्यालु देख कर दुसरो के सुख।
इस हंसते चेहरे के पीछे, नफरत को छुपा रखा है इंसान ने,
बड़ों को नकली आदर दिया है इंसान ने।
जब रोते है अपने, तो देने आते...