हमारे लिए क्या थे तुम
उन्होंने हमसे पूछा- तुम्हारे लिए क्या थे हम?
हमने कहा:-
उन प्यारी सी रातों के चांद थे तुम,
जिस पर अब ग्रहण लग चुका है।
उस प्यासे से इश्क के जाम थे तुम,
जो हमारे लिए अब ज़हर बन चुका है।
प्यार भरे पलों का वो नज़ारा थे तुम,
जिस पर अब...
हमने कहा:-
उन प्यारी सी रातों के चांद थे तुम,
जिस पर अब ग्रहण लग चुका है।
उस प्यासे से इश्क के जाम थे तुम,
जो हमारे लिए अब ज़हर बन चुका है।
प्यार भरे पलों का वो नज़ारा थे तुम,
जिस पर अब...