तन्हाई
कैसे लिख दूँ मैं अपने हालात सब के सब,
जो दबे हैं दिल में वो ज़ज्बात सब के सब I
बेतुकी लगती है अब सारी दलीलें उसकी,
बेमाने हैं उससे जुड़े सवालात सब के सब I
इश्क़...
जो दबे हैं दिल में वो ज़ज्बात सब के सब I
बेतुकी लगती है अब सारी दलीलें उसकी,
बेमाने हैं उससे जुड़े सवालात सब के सब I
इश्क़...