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मर्ज़ी तेरी
मेरे साथ चलना है या नहीं चलना मर्ज़ी तेरी
मेरी बातों को सुनना या ना सुनना मर्ज़ी तेरी
मेरी हर साँस माँगती पनाह तुमसे ज़िंदगी की
उन्हें ज़िंदा रखना है या मार देना है मर्ज़ी तेरी
एहसास को जला दो फेला दो राख यहाँ वहाँ
एहसास की कदर हो या ना हो बस मर्जी तेरी
नाम रहे आसमाँ पर या गुमनाम हो जाए यह
वफादार कहना या बेवफ़ा कहना मर्जी तेरी
नामोनिशान मिट जाए या जीती रहे हस्ती
जख्मों पर मरहम लगा या नमक मर्जी तेरी
© कृष्णा'प्रेम'
मेरी बातों को सुनना या ना सुनना मर्ज़ी तेरी
मेरी हर साँस माँगती पनाह तुमसे ज़िंदगी की
उन्हें ज़िंदा रखना है या मार देना है मर्ज़ी तेरी
एहसास को जला दो फेला दो राख यहाँ वहाँ
एहसास की कदर हो या ना हो बस मर्जी तेरी
नाम रहे आसमाँ पर या गुमनाम हो जाए यह
वफादार कहना या बेवफ़ा कहना मर्जी तेरी
नामोनिशान मिट जाए या जीती रहे हस्ती
जख्मों पर मरहम लगा या नमक मर्जी तेरी
© कृष्णा'प्रेम'
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