मेरा अधिकार
"पथ सत्य,अहिंसा का मुझको तब तक ही स्वीकार,
आत्म सम्मान की यहाँ जब तक होती नहीं हार।
ले बंदूक सीमा पर अगर न खड़े रहे जवान,
फ़सल समृद्धि की खेतों में कैसे फिर बोये किसान।
लिये इरादे नापाक बढेगे क़दम जो भी इस ओर,
सर कलम कर देंगे उनका रखने माँ का...
आत्म सम्मान की यहाँ जब तक होती नहीं हार।
ले बंदूक सीमा पर अगर न खड़े रहे जवान,
फ़सल समृद्धि की खेतों में कैसे फिर बोये किसान।
लिये इरादे नापाक बढेगे क़दम जो भी इस ओर,
सर कलम कर देंगे उनका रखने माँ का...