कह नहीं पाते हैं
मन में एक खलल सी रह जाती है
जब कोई बात कह नहीं पाते हैं
कोशिशें हज़ार करते है
मन को मनाने की
पर इसे हर बार
मना नहीं पाते है ।
जब तक दिल को तसल्ली
ना हो जाए सब ठीक है
मन परेशान और तनाव ग्रस्त रहता है
हर बार इसे यकीन दिला नहीं पाते
खलल दिल की हर बार मिटा नहीं सकते
मन में एक खलल सी रह जाती है
जब कोई बात कह नहीं पाते है......।
-tj dhruw
जब कोई बात कह नहीं पाते हैं
कोशिशें हज़ार करते है
मन को मनाने की
पर इसे हर बार
मना नहीं पाते है ।
जब तक दिल को तसल्ली
ना हो जाए सब ठीक है
मन परेशान और तनाव ग्रस्त रहता है
हर बार इसे यकीन दिला नहीं पाते
खलल दिल की हर बार मिटा नहीं सकते
मन में एक खलल सी रह जाती है
जब कोई बात कह नहीं पाते है......।
-tj dhruw