"प्यार करके देखो ज़रा"
तुम भी किसी से प्यार करो,
तब देखो अपने आंखो में आंसू।
कभी सिसक- सिसक कर रोना पड़ता है,
कभी झरना जैसा बहता है आंसू।
आंसू तो कुछ नहीं बोलता, वो तो बहता है,
बस जलता है दिल, जुदाई के लपट से।
टूट जाते हैं बंधन , प्यार के जब,
तन्हाई होकर रोना पड़ता है, तड़प से।
मिट जाते हैं सारे शिकवे, उनसे कुछ...
तब देखो अपने आंखो में आंसू।
कभी सिसक- सिसक कर रोना पड़ता है,
कभी झरना जैसा बहता है आंसू।
आंसू तो कुछ नहीं बोलता, वो तो बहता है,
बस जलता है दिल, जुदाई के लपट से।
टूट जाते हैं बंधन , प्यार के जब,
तन्हाई होकर रोना पड़ता है, तड़प से।
मिट जाते हैं सारे शिकवे, उनसे कुछ...