1 views
चलो एक कहानी सुनाए
चलो एक कहानी सुनाए
कुछ अपनी बताए
कुछ तुम्हारी भी हो जाए
इस अस्त व्यस्त से दिन में
दो पल खुद के लिए चुराए
जहां बस बात कर सके
अपने मन कि अपनी चाह की
जिसमे न कोई परवाह शामिल हो
न शामिल हो कोई उलझन
बस दो पल के लिए ही सही
मगर जी सके इस संसार में
दूसरों को खुश करने की नहीं
कभी सोंचे अपनी खुशी के बारे में
दे कभी खुद के सपनों को भी थोड़ी तवज्जो
बताए अपने बारे में जो कोई न जानता हो
कोई तो मिलेगा ही सुनने वाला
जो हमें कभी सही समझेगा
बस अपनी ही न सुना कर
कुछ किस्से हमारे भी सुन लेगा
फिर बाते होगी दिल की दिल से
फिर मुलाकाते होगी रूह की रूह से
एहसास शायद हो तब
की हम अभी भी जिंदा है
इस बेदर्द संसार का
एक अनचाहा हिस्सा है
© savii
Related Stories
2 Likes
0
Comments
2 Likes
0
Comments