गुजरिया
मोरनी सी चाल तोरी, लटक मटक चले गोरी
काहे नाही माने छोरी,
के, मन चलो तोरी ही डगरिया।
डगरिया-डगरिया झूमत-घुमत फिरे,
पग-पग...
काहे नाही माने छोरी,
के, मन चलो तोरी ही डगरिया।
डगरिया-डगरिया झूमत-घुमत फिरे,
पग-पग...