गांव की एक शाम
"गांव की एक शाम"
गांव की वह एक शाम, वह एक सुहाना सफर
क्या वापस लौट कर आयेंगे वह लम्हे
न तुझे ख़बर न मुझे ख़बर
बस प्यार तू लुटाते जा, उन यादों के समागम से
एक प्याला तू नई...
गांव की वह एक शाम, वह एक सुहाना सफर
क्या वापस लौट कर आयेंगे वह लम्हे
न तुझे ख़बर न मुझे ख़बर
बस प्यार तू लुटाते जा, उन यादों के समागम से
एक प्याला तू नई...