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चलना तो है सफर में
चलना तो है यूं सफर में मैं रुक नहीं सकती।
जिंदगी की धूप से कोई बच नहीं सकता।
कही खुशियों की छाव मिल भी गई।
तो वक्त के तमाचे से कोई बच नहीं सकता।
कभी मिल जाए गम तो थोड़ा मुस्कुरा लेना।
कोई किसी के इश्क से बच नहीं सकता।
शायद कभी कोई मिल जाए अजनबी।
अपनो की तलाश से कोई बच नहीं सकता।
जिंदगी की धूप से कोई बच नहीं सकता।
कही खुशियों की छाव मिल भी गई।
तो वक्त के तमाचे से कोई बच नहीं सकता।
कभी मिल जाए गम तो थोड़ा मुस्कुरा लेना।
कोई किसी के इश्क से बच नहीं सकता।
शायद कभी कोई मिल जाए अजनबी।
अपनो की तलाश से कोई बच नहीं सकता।
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