" इश्क़ इंतज़ार है "
#इंतज़ार
बढ़ते बढ़ते इंतज़ार,
बढ़ जाता इतना..,
रह जाता इश्क़ छोटा...
छिप जाता जैसे... छिप जाते तारे,
दिन के बढ़ जाने पर ;
दिखाई देता बस... शून्य इंतज़ार..
निहारते जिसे.. अपलक..उस टिमटिमाते "तारे"..
उस.. रात के 'इंतज़ार' में.....!
© अनकहे अल्फाज़...
बढ़ते बढ़ते इंतज़ार,
बढ़ जाता इतना..,
रह जाता इश्क़ छोटा...
छिप जाता जैसे... छिप जाते तारे,
दिन के बढ़ जाने पर ;
दिखाई देता बस... शून्य इंतज़ार..
निहारते जिसे.. अपलक..उस टिमटिमाते "तारे"..
उस.. रात के 'इंतज़ार' में.....!
© अनकहे अल्फाज़...