एक घना जंगल सा है..
वह एक घना जंगल सा है
छोटे बड़े, सूखे ताज़े कई पेड़ पौधें है
कुछ बेल भी लटकती है लेकर सहारा
किसी के टहनियों में घोंसले बसे है
किसी की टहनियां टूट रही है
जड़े कहीं बहुत अंदर तक है
कहीं घुमकर बाहर आ रही है
मिट्टी के वजूद...
छोटे बड़े, सूखे ताज़े कई पेड़ पौधें है
कुछ बेल भी लटकती है लेकर सहारा
किसी के टहनियों में घोंसले बसे है
किसी की टहनियां टूट रही है
जड़े कहीं बहुत अंदर तक है
कहीं घुमकर बाहर आ रही है
मिट्टी के वजूद...