मन्नत-मेरा प्यार❣️
मेरा इक ख़्वाब सा था वो
बस इक जज़्बात सा था वो
मिला जो अब मुझे जाकर
न जाने अब तक कहाँ था वो
जिसे मैं सोचकर खुश थी
मुक़द्दर में लिखा था वो
मुझे सब लोग कहते थे
मैं ख्वाबों की कहानी हूँ
कभी जो सच भी न होती
मैं...
बस इक जज़्बात सा था वो
मिला जो अब मुझे जाकर
न जाने अब तक कहाँ था वो
जिसे मैं सोचकर खुश थी
मुक़द्दर में लिखा था वो
मुझे सब लोग कहते थे
मैं ख्वाबों की कहानी हूँ
कभी जो सच भी न होती
मैं...