मैं बताता नहीं हूँ....
गहराई ज़ख़्म की किसी को दिखाता नहीं हूँ
माफ़ तो कर देता हूँ मग़र मैं भुलाता नहीं हूँ
कर के नेकियां फेंक देता हूँ दरियाओं में मैं
एहसान तो करता हूँ मग़र जताता नहीं हूँ
मुझे...
माफ़ तो कर देता हूँ मग़र मैं भुलाता नहीं हूँ
कर के नेकियां फेंक देता हूँ दरियाओं में मैं
एहसान तो करता हूँ मग़र जताता नहीं हूँ
मुझे...