...

6 views

खुद की खोज में खुद भटकता हुआ मैं खुद ।
मिलो कभी खुद से भी खुद में जो खुदकुशी कर रहा है ,
और कर रहा है इंतजार खुद का खुद को ढूंढ लेने का ।
जो खुद कहीं खुद में खो सा गया है ,

वो जो कभी खुद को खुद ही पा ना सका ।

वो जो खुद ही खुद के पास रहकर भी खुद के करीब आ ना सका ,
वो जो खुद से दूर जाके भी खुद से न जुदा हो सका ,
वो जो रहा तो आसपास खुद के पर खुद को ये भी समझा ना सका ।

खुद ही रोया है बहुत खुद को ही तोड़कर खुद के ख्वाबों से मुंह मोड़ कर ,
पर क्या थी वजह खुद को ही खुद ये बता ना सका ।

अब मिलोगे भी क्या तुम उस खुद से जो खुद होकर भी खुद को बचा न सका !!!!


© Aryman Dwivedi

#WritcoQuote #poetrycommunity #yourquote #lifestyle #lessons #Journey

जी हां खुद से ही मुखलतीब हूं मैं इस खुद से लिखी खुद की कविता में ,क्या आप भी कुछ ऐसा ही खुद के लिए महसूस करते हैं ?