तग़ाफ़ुल...
कभी लब पर आ कर रुक गए कभी चस्म पर यूँ ढल गए
कुछ तग़ाफ़ुल तुमसे थे हमें सब दिल में दब कर मर गए
चाहतों की फ़ेहरिस्त में एक तुमको ही मांगा जी भर के
पर जबसे हुए...
कुछ तग़ाफ़ुल तुमसे थे हमें सब दिल में दब कर मर गए
चाहतों की फ़ेहरिस्त में एक तुमको ही मांगा जी भर के
पर जबसे हुए...