...

5 views

सुन जिंदगी ये तेरी लड़ाई अब मैं लड़ न पाऊंगा
खेलकूद में बचपन बीता गई जवानी पढ़ने में
बची जिंदगी बीत रही है संघर्षों से लड़ने में

सुन जिंदगी ये तेरी लड़ाई अब मैं लड़ न पाऊंगा
धन दौलत की करूं कमाई अब मैं पढ़ न पाऊंगा
पड़ेंगी गाली घर गांव में बाहर ठोकर खाऊंगा
असफल होऊंगा विफल होऊंगा जब मैं कुछ भी कर न पाऊंगा
पागल पागल कहेंगे सब, मैं फिर भी लड़ता जाऊंगा
गर मकसद पूरा हुआ न मेरा ,मैं खुद पागल हो जाऊंगा
राजू रॉल