ज़िंदगी
ऐ जिंदगी इतने दर्द भी ना दें ,कि दवा और दुआ भी ना लगे।... खफा तू है और रूठा रूठा पूरा जहां लगता है.. जैसे जख्म पर गहरा घाव लगता है... बहुत मंजर मैंने देखे हैं इस छोटी सी उम्र में.. अब कुछ और देखने का...