बन गई
राख उडकर आसमां की धूल बन गई,
आदमी की जीभ अब त्रिशूल बन गई |
काफ़िरों ने रोकड़ा और गज जमीं ना...
आदमी की जीभ अब त्रिशूल बन गई |
काफ़िरों ने रोकड़ा और गज जमीं ना...