" इंतज़ार "
दिए 🪔जलाकर तुम इंतज़ार करना ...
अंधेरों में भी तुम ! मुझे प्यार करना !! २ !!
माना दूरी है कई दफा, अपनी दिवाली में 🕯️👩❤️💋👨🪔
फर्ज़ मेरा दे है दख़ल, अपनी बेख्याली में !! २ !!
खुशी मनाके तुम ! फर्ज़ मेरा, स्वीकार करना ...
टीका लगाके माथे ! कर्तव्य के लिए, तैयार करना !!
टोके तुम्हें चाहे कोई, दे चाहे कोई ताना ...
यां बहकाए तुम्हे कोई , सुना कोई हसीन...
अंधेरों में भी तुम ! मुझे प्यार करना !! २ !!
माना दूरी है कई दफा, अपनी दिवाली में 🕯️👩❤️💋👨🪔
फर्ज़ मेरा दे है दख़ल, अपनी बेख्याली में !! २ !!
खुशी मनाके तुम ! फर्ज़ मेरा, स्वीकार करना ...
टीका लगाके माथे ! कर्तव्य के लिए, तैयार करना !!
टोके तुम्हें चाहे कोई, दे चाहे कोई ताना ...
यां बहकाए तुम्हे कोई , सुना कोई हसीन...