खेल
उसकी अपनी उलझने कम थी
जो मेरी खबर पूछे
कशमकश में वो कुछ कह न पाए
और हम बिन बोले सब समझ जाए
ये एहसासों का खेल...
जो मेरी खबर पूछे
कशमकश में वो कुछ कह न पाए
और हम बिन बोले सब समझ जाए
ये एहसासों का खेल...