...

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इबादत ए इश्क ❤️
तुम मेरी हसरत बनकर आए हो
मैंने तुम्हें इबादतों में बसा लिया है

तुम मेरी आरज़ू बन कर आए
मैंने तुम्हें ऐतबार में बसा लिया है

तुम मेरी वो आखिरी तलाश हो
मैं तुम्हें जुस्तजू में बसा लिया है

तुम मेरी दिली चाहत हो
मैंने तुम्हें दिल में सजा लिया है

तुम मेरी तलब में शामिल हो
मैंने तुम्हें ख्वाहिशों में बसा लिया है

जबसे तुम मेरी रूह में समाए हो
मैंने तुम्हें अपनी ज़िंदगी बना लिया है

© विकास - Eternal Soul✍️