सत्य
अनगिनत घाव खा चुका हूं
सत्य के पथ पर चल के
झूठ करता रहा प्रयास
कुचलने के बहुत मुझे
फूल भले तुम चुग लेना...
सत्य के पथ पर चल के
झूठ करता रहा प्रयास
कुचलने के बहुत मुझे
फूल भले तुम चुग लेना...