...

4 views

तमन्ना
तमन्ना बहुत है मेरी पर कुछ ही ख्वाइश का कारवां बन पाती हैं,
दुनिया को देखते देखते एक अलग ही दुनिया में मुझे ले जाती हैं,
फिक्र न होकर किसी की जहां हंसी लम्हों से मुझे रूबरू कराती हैं,
क्या कहेगा यह जमाना इस बात को मेरे दिमाग से निकालती हैं,
पंख देती यह मुझे उड़ने को तो अकेलेपन को भी मिटाती है,
दुनिया की भीड़ हो या रात का पहरा यह मुझे मुझसे मिलवाती है,
मेरी हर ख़ामोशी में यह खुद मुझसे सवाल पूछने पर मजबुर करती है,
मेरे कुछ न बोलने पर यह खुद मेरे सामने जवाब बनकर आती है,
मेरी हर सोच को ख्वाब में बदल उसे जीने का आधार बनाती है,
जो जान न पाई मै अब तक अपने बारे में वो यह मुझे बताती हैं,
जिसकी वजह से रुकते बढ़ते कदम मेरे यह उन बंधनों को तोड़ती है,
जमाने से हुई मेरी हर खता को यह बेफिक्री से मेरे ख्वाब से जोड़ती है,
रोके न रुकती मेरी तमन्ना और सोच के सागर में गोते गहरे लगाती हैं,
उसी सागर की गहराइयों से यह मेरे ख्वाब को बुनकर मेरे पास लाती है,
दुनिया के इस रंगमंच में हर इंसान इसके बगैर अधूरा होता है,
क्यूंकि इसके बिन जीवन जीने में कोई मज़ा नहीं सब नीरस लगता है,
लाख कह दे कोई यहां कि बिन तमन्नाओं के शहर के जीवन वो गुजरता है,
क्यूंकि इन तमन्ना से बने ख्वाब के बगैर खुशियों का सफर अधूरा है,
अगर करता है वो ऐसा तो वो जीता नहीं सिर्फ जिंदगी काटता है,
तभी तो माली का उगाया हर फूल गुलाब न बन कोड़ियों के भाव बिक जाता हैं।

#tamanna
# #khawaish
#khawaab
#LifeQuote
© sunshine