बेनाम रिश्ता
बेनाम रिश्ता था, उसका और मेरा
ना दोस्ती थी, ना प्यार था
सिर्फ नजरों का टकराव था ।
वो हँसता था, मैं हँसती थी,
दिनभर का यही काम था ।
ना पढाई थी ,ना कोई लक्ष्य था,
दोस्तों से अलगाव था ।
सपनों के बादल पे तैरना,
बस यही मुझे...
ना दोस्ती थी, ना प्यार था
सिर्फ नजरों का टकराव था ।
वो हँसता था, मैं हँसती थी,
दिनभर का यही काम था ।
ना पढाई थी ,ना कोई लक्ष्य था,
दोस्तों से अलगाव था ।
सपनों के बादल पे तैरना,
बस यही मुझे...