कुछ हंसीन पल....
बीते वक़्त की कुछ बातें याद आ गयी,
हल्की मुस्कान लबों पर छा गयी।
वो दोस्तों की टोलियाँ नज़र आ गई,
सड़क पर दौड़ती साइकिलें टकरा गई।
खुशनुमा उन पलों की याद दिला गई,
बीते वक्त की कुछ बातें याद आ गयी।
टीचर का कक्षा में सवालों का पूछना,
किसी का भी उत्तर दिमाग़ में न सूझना।
फिर सबका ज़ोर से खिलखिलाके हँसना,
छुट्टी के बाद वो मटका...
हल्की मुस्कान लबों पर छा गयी।
वो दोस्तों की टोलियाँ नज़र आ गई,
सड़क पर दौड़ती साइकिलें टकरा गई।
खुशनुमा उन पलों की याद दिला गई,
बीते वक्त की कुछ बातें याद आ गयी।
टीचर का कक्षा में सवालों का पूछना,
किसी का भी उत्तर दिमाग़ में न सूझना।
फिर सबका ज़ोर से खिलखिलाके हँसना,
छुट्टी के बाद वो मटका...