प्रेम काव्य
जाने क्या लिखूं मैं ऐसा गाने में ,
कि डरूं न मैं तुझको बताने में।
आजा मेरे–आजा मेरे पास मेरी जान ,
मिलने के अब न बहाने दे ।
देख कैसे हो गया हूं मैं तेरे बिन ,
कटती न रात अब गुजरते न दिन।
खुली हो जो आंख तस्वीर तेरी हांथ में,...
कि डरूं न मैं तुझको बताने में।
आजा मेरे–आजा मेरे पास मेरी जान ,
मिलने के अब न बहाने दे ।
देख कैसे हो गया हूं मैं तेरे बिन ,
कटती न रात अब गुजरते न दिन।
खुली हो जो आंख तस्वीर तेरी हांथ में,...