"Untold Love"❤
समझाइसें पसन्द है मुझे तेरी,
तु लड़के भी फिर जो मुझे अपना कह देता है,
नाराज़गी मेरी हरपल है तुझसे,
तु मुड़ता है.. फिर.. अलविदा कह देता है,
कैसे होता है इश्क हसीं,
तेरा यूँ मुझसे उलझना बताता है,
करता है बहुत लडाइयाँ मुझसे,
गुस्से में फिर..पागल.. मुझे ठहरा देता है,
हाँ.. नाराज हूँ तुझसे,
तु जो बेवक्त सा मुझसे ख़फ़ा...