...

3 views

जहाँ तुम और, तुम्हारी,खिलखिलाती हुई हँसी होगी,,
मेरे हमसफऱ
देखना एक दिन
हम दोनों मिलकर,
सारे हालात बदल देंगें ,,
ये जो दूरियाँ हैं इनको मिटाकर
एक छोटा सा घर बना लेंगें !!

जहाँ तुम और, तुम्हारी,
खिलखिलाती हुई हँसी होगी,,
ज़िदगी में ग़म हो या खुशी,
हम दोनों मिलकर साथ चलेंगें !!

भले ही अपना घर छोटा होगा ,
मगर मुख्तलिफ अंदाज़ होगा ,,
ऐ अल्लाह,
तू हम दोनों को साथ रखना,
हम उसी में ख़ुश रहेंगें !!

तुमसे दूर रहना मंजूर नहीं है,
मुझको, मेरे हमनवां पर अभी,
हालात की मज़बूरी है तो,
अभी यह सब भी हम सहेंगें !!
© Les Alphas de Haya❣️