सृष्टी की कहानी
छा रहा घनघोर अंधेरा
हर तरफ हर ओर
चहुँ दिशाओं में गूंज रहा
नकारात्मकता का शोर
वातावरण में गर्मी है
व्यवहार में बेशर्मी है
धर्म की बातें करने वाला भी
आज यहाँ अधर्मी है
इन अंखियों में पानी है
पैसों की गड्डी तले दबी जिन्दगानी है
नफरत की कलम से
लिखी जा रही इस सृष्टी की...
हर तरफ हर ओर
चहुँ दिशाओं में गूंज रहा
नकारात्मकता का शोर
वातावरण में गर्मी है
व्यवहार में बेशर्मी है
धर्म की बातें करने वाला भी
आज यहाँ अधर्मी है
इन अंखियों में पानी है
पैसों की गड्डी तले दबी जिन्दगानी है
नफरत की कलम से
लिखी जा रही इस सृष्टी की...