धड़क
थोडा मुश्किल है हमारा सुधर जाना…
हर शाम की तरह हम ढलते नहीं!
पढ़ सके कोई हमारे दिल की महरूम धड़कने…
इस कदर भी हम कभी मचलते नहीं!
है प्यार हमें भी किसी...
हर शाम की तरह हम ढलते नहीं!
पढ़ सके कोई हमारे दिल की महरूम धड़कने…
इस कदर भी हम कभी मचलते नहीं!
है प्यार हमें भी किसी...