कीमती तुम खुद हो
इत्र ने अपनी कांच की शीशी से पूछा ,
तुझे लोग क्यू मेरे जाने के बाद फेक देते हैं?
उसने बड़े प्यार से कहा,
अरे पगली!
क्योंकि मैं मिटता नहीं हूं,
और तू मिट जाती है,
तू समय पे काम आती है ,
ऊंची पहुंच है तेरी फिर भी,
तू कहीं खुशबू तो...
तुझे लोग क्यू मेरे जाने के बाद फेक देते हैं?
उसने बड़े प्यार से कहा,
अरे पगली!
क्योंकि मैं मिटता नहीं हूं,
और तू मिट जाती है,
तू समय पे काम आती है ,
ऊंची पहुंच है तेरी फिर भी,
तू कहीं खुशबू तो...