मुस्कुराने की वजह
。☆𝄟≛⃝𒁍SuNo...
जिन्दगी की दौड़ में, तजुर्बा
कच्चा ही रह गया.
हम सीख न पाये 'फरेब' और
दिल बच्चा ही रह गया !
बचपन में जहां चाहा हंस लेते थे,
जहां चाहा रो लेते थे.
पर अब मुस्कान को तमीज़ चाहिए
और आंसुओ को तन्हाई !
हम भी मुस्कराते थे कभी बेपरवाह
अन्दाज़ से,देखा हूं आज खुद को
कुछ पुरानी तस्वीरों में !
चलो मुस्कुराने की फ़िर वजह
ढुंढते हैं...तुम हमें ढुंढो...हम तुम्हे
ढुंढते हैं !!
╭─❀🥺
© kajal
जिन्दगी की दौड़ में, तजुर्बा
कच्चा ही रह गया.
हम सीख न पाये 'फरेब' और
दिल बच्चा ही रह गया !
बचपन में जहां चाहा हंस लेते थे,
जहां चाहा रो लेते थे.
पर अब मुस्कान को तमीज़ चाहिए
और आंसुओ को तन्हाई !
हम भी मुस्कराते थे कभी बेपरवाह
अन्दाज़ से,देखा हूं आज खुद को
कुछ पुरानी तस्वीरों में !
चलो मुस्कुराने की फ़िर वजह
ढुंढते हैं...तुम हमें ढुंढो...हम तुम्हे
ढुंढते हैं !!
╭─❀🥺
© kajal
Related Stories