एक सवाल 'आप' के नाम..
क्या दिल्ली की सङकें इतनी महफूज़ थीं?
कि हर नुक्कड़ पर 'आप' ने एक शराब की दुकान खुलवा दी..?
क्या ये कोई दवाई की दुकानें हैं?
जो बच्चों, महिलाओं और बूढ़ों के लिए भी हैं..?
क्या यही वो नुस्खा है?
जिसे पी कर बच्चे तंदुरुस्त, महिलाएं कुशल और नौजवान तरक्की पाएँगे?
क्या इसी से 'आप' दिल्ली...
कि हर नुक्कड़ पर 'आप' ने एक शराब की दुकान खुलवा दी..?
क्या ये कोई दवाई की दुकानें हैं?
जो बच्चों, महिलाओं और बूढ़ों के लिए भी हैं..?
क्या यही वो नुस्खा है?
जिसे पी कर बच्चे तंदुरुस्त, महिलाएं कुशल और नौजवान तरक्की पाएँगे?
क्या इसी से 'आप' दिल्ली...