ग़ज़ल
तन्हाई आमद से उनके अंजुमन बन गई,
दीदार से उनके आंखें ज़ौ-फ़गन बन गई।
तारीफ़ जो उनकी लिखी ग़ज़ल बन गई,
उनके आने से ज़िन्दगी ये चमन बन गई।
गुफ्तगू आंखों आंखों में दोनों करते रहे,
उनकी ख़ामोशी भी अब सुख़न बन गई।
मोहब्बत दोनों के दरम्यान इतनी हुई कि,
वो मेरी रूह बना मैं उसका बदन बन गई।
चांद ज़मीन पर उतर आया सुर्ख़ जोड़े में,
ख़्वाब मुकम्मल हुए शीनम दुल्हन बन गई।
© sheenam
#Gazal
#dulhan
#muhabbat
#Feelings
#sheenam
#Love&love
#yqwriter
दीदार से उनके आंखें ज़ौ-फ़गन बन गई।
तारीफ़ जो उनकी लिखी ग़ज़ल बन गई,
उनके आने से ज़िन्दगी ये चमन बन गई।
गुफ्तगू आंखों आंखों में दोनों करते रहे,
उनकी ख़ामोशी भी अब सुख़न बन गई।
मोहब्बत दोनों के दरम्यान इतनी हुई कि,
वो मेरी रूह बना मैं उसका बदन बन गई।
चांद ज़मीन पर उतर आया सुर्ख़ जोड़े में,
ख़्वाब मुकम्मल हुए शीनम दुल्हन बन गई।
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