...

9 views

एक ख़्याल
अकसर अंधेरी रात मे एक ख्याल मुझे जगा देता है,

क्यूं मेरी तकदीर मे लिखा था तेरा यू असमय जाना,

काश ख़ुदा ने तुम्हे बख़्शे होते जीवन के कुछ साल,

अकसर अंधेरी रात मे एक ख्याल मुझे जगा देता है,

काश ये जीवन तुम्हारे बिना अकेले ना जीना पड़ता,

बहुत से अरमान दिल मे रखकर मैंअकेले न जीती,

अकसर अंधेरी रात मे एक ख्याल मुझे जगा देता है,

तू होता तो मेरा जीवन महकता रहता फूलों की तरह ,

चहकती खुले आसमान मे पक्षियों की तरह तेरे साथ,

होती सुबह तेरा चेहरा देखकर शाम होती तेरे साथ ,

अकसर अंधेरी रात मे एक ख्याल मुझे जगा देता है।




© रीवा