ख्वाब
ख्वाबो के परिंदे की ऊंची उड़ान ,
दिल मे रहता जैसे कोई करीबी मेहमान
ख्वाबो की भी अपनी पहचान
छोड़ जाता है ,ये कुछ ऐसे निशान
एक तरफा महोब्बत कर जाता है ये
जीने का साहारा दे जाता है ये
रातो का मुसाफिर है ,ये ख्वाब हमारा
आज़ादी के साथ जीता- चला जाता ये बिचारा
अधूरी सी...
दिल मे रहता जैसे कोई करीबी मेहमान
ख्वाबो की भी अपनी पहचान
छोड़ जाता है ,ये कुछ ऐसे निशान
एक तरफा महोब्बत कर जाता है ये
जीने का साहारा दे जाता है ये
रातो का मुसाफिर है ,ये ख्वाब हमारा
आज़ादी के साथ जीता- चला जाता ये बिचारा
अधूरी सी...