तू एक शायर की मोहोब्बत है
तू एक शायर की मोहोब्बत है
किसी राहगीर की हसरत नहीं
तेरे रास्ते की मैं बनूँ रुकावट
उफ़ ओह जाना, तेरा दिलखुश आशिक हूँ
कोई बन्द किवाड़ या दस्तक नहीं
और तेरे ख़्वाबों, तेरे सपनों को जो मैं करू कैद
मेरी तहजीब, मेरी तंजीम और मेरी फितरत में नहीं
एक अरसा मैंने मोहोब्बत को दबाया
फिर जो कभी मौका मिल ही गया
तो बड़ी उम्मीद से था हाथ बढ़ाया
पर मेरी बातें और मेरी...
किसी राहगीर की हसरत नहीं
तेरे रास्ते की मैं बनूँ रुकावट
उफ़ ओह जाना, तेरा दिलखुश आशिक हूँ
कोई बन्द किवाड़ या दस्तक नहीं
और तेरे ख़्वाबों, तेरे सपनों को जो मैं करू कैद
मेरी तहजीब, मेरी तंजीम और मेरी फितरत में नहीं
एक अरसा मैंने मोहोब्बत को दबाया
फिर जो कभी मौका मिल ही गया
तो बड़ी उम्मीद से था हाथ बढ़ाया
पर मेरी बातें और मेरी...